अंकुर दहिया का ‘ET स्टार्टअप अवार्ड्स’ से सम्मान: ग्रामीण महिलाओं के सपनों को उड़ान देने की प्रेरणा
स्टार्टअप जगत में एक नई ऊंचाई छूने वाले अंकुर दहिया को प्रतिष्ठित ‘ET स्टार्टअप अवार्ड्स’ के लिए नामांकित किया गया है। यह नामांकन उनके अब तक के सफर की उपलब्धियों का प्रतीक है, जिसमें ‘बर्टेल्समन इंडिया इन्वेस्टमेंट्स’, ‘फायरसाइड वेंचर्स’, और ‘3one4 कैपिटल’ जैसी शीर्ष भारतीय फंडों से सीरीज A निवेश हासिल करना और ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ व ‘इंडसइंड बैंक’ द्वारा प्रस्तुत ‘एक्सप्रेस अवार्ड्स’ से सम्मानित होना शामिल है।
लेकिन अंकुर के लिए यह सफर सिर्फ व्यक्तिगत सफलता की कहानी नहीं है। अपने सफर के उतार-चढ़ाव के दौरान जब उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा और अपने काम से दूर रहना पड़ा, तब उनके द्वारा स्थापित कंपनी ‘रोजाना’ की टीम ने न केवल कंपनी को संभाला, बल्कि उसे बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया। अंकुर कहते हैं, “आज जब मैं चारों ओर देखता हूं, तो मुझे गर्व होता है कि मेरे साथ एक शानदार टीम है जो मुझसे भी बेहतर तरीके से कंपनी को चला रही है। उनकी ताकत ही मुझे ताकत देती है।”
अंकुर का यह नामांकन सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो छोटे शहरों और गांवों से निकलकर बड़े सपने देख रही हैं। खासकर, वह पहली पीढ़ी की महिला उद्यमियों के संघर्ष और उपलब्धियों पर जोर देते हैं, जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती हैं। अंकुर मानते हैं कि यह मानवता के इतिहास में महिलाओं के लिए सबसे अच्छा समय है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो गांवों और छोटे शहरों से हैं। आज महिलाएं न केवल बड़े सपने देख सकती हैं, बल्कि उन्हें साकार भी कर सकती हैं।
उन्होंने कहा, “यह समय हमारा है, यह समय सिर्फ सपने देखने का नहीं, बल्कि उन बेड़ियों को तोड़ने का है जो कभी हमें सीमाओं में बांधती थीं। मैं आशा करता हूं और देखता हूं कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों से और भी महिलाएं अपनी किस्मत की बेड़ियों को तोड़कर अपने सपनों को हकीकत बनाएंगी।”
अंकुर दहिया ने इस सफर में अपनी टीम, पारिवारिक और दोस्तों की मदद को भी सराहा। वह कहते हैं, “मैं इस यात्रा में अपने दोस्तों, परिवार और उस पूरे इकोसिस्टम का आभारी हूं, जिन्होंने हर पल मेरा साथ दिया। यह सम्मान आप सभी का है।”
यह नामांकन अंकुर के नेतृत्व और उनकी दूरदर्शिता का प्रतीक है, और उनकी यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।