छठी कक्षा के बच्चे पढेंगे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक और वीर अब्दुल हमीद के बारे में
नयी दिल्ली 19 सितम्बर: स्कूली बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस तथा बलिदान की भावना को बढावा देने के लिए ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ पर एक कविता तथा शहीद ‘वीर अब्दुल हमीद’ पर एक पाठ को छठी कक्षा के राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने गुरूवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा 2023 के दृष्टिकोण के अनुरूप उठाया गया है। रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस और बलिदान के मूल्यों को विकसित करना और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है।
कविता ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ देश प्रेम की भावना की सराहना करती है जबकि ‘वीर अब्दुल हमीद’ नामक अध्याय शहीद अब्दुल हमीद का सम्मान करता है जिन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश के लिए लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था और उन्हें देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को यहां प्रतिष्ठित सेंट्रल विस्टा ‘सी’ हेक्सागोन, इंडिया गेट, में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक राष्ट्र को समर्पित किया था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की स्थापना प्रत्येक नागरिक में उच्च नैतिक मूल्यों, बलिदान, राष्ट्रीय भावना और अपनेपन की भावना पैदा करने और उन सैनिकों को उचित श्रद्धांजलि देने के लिए की गई थी, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्मारक के रूप में ब्रांड करने की दिशा में शुरू की गई एक कार्य योजना के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय ने पाठ्यक्रम में इस कविता और अध्याय को जोड़ने के लिए शिक्षा मंत्रालय एव परिषद के साथ सहयोग किया है।