डिप्रेशन ने कर दी है दिमाग की बत्ती गुल? ये 6 फूड्स करेंगे आपकी मेंटल हेल्थ को बेहतर
आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हमारी सेहत पर गहरा असर पड़ने लगा है। बदलते हुए खानपान और अनियमित जीवनशैली के कारण सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी काफी प्रभावित हो रहा है। यही कारण है कि आजकल बहुत से लोग स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। डिप्रेशन एक गंभीर मानसिक समस्या है, जिसे समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह खतरनाक साबित हो सकती है।
इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप अपने व्यस्त शेड्यूल में से थोड़ा समय निकालकर अपनी मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव के साथ-साथ आप अपने खानपान में भी सुधार कर सकते हैं। कुछ खास फूड्स को डाइट में शामिल कर आप डिप्रेशन को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 6 फूड्स के बारे में:
1. पत्तेदार साग:
हरी पत्तेदार सब्जियां गुणों से भरपूर होती हैं। इनका सेवन करने से दिमाग को पोषण मिलता है और डिप्रेशन के लक्षणों में कमी आ सकती है। फोलेट, मैग्नीशियम और विटामिन से भरपूर ये साग आपकी ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाते हैं।
2. नट्स और सीड्स:
अगर आपको या आपके किसी करीबी को डिप्रेशन है, तो डाइट में नट्स और सीड्स शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। इनमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट मूड को सुधारने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
3. डार्क चॉकलेट:
चॉकलेट के शौकीन लोगों के लिए अच्छी खबर यह है कि डार्क चॉकलेट डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो ब्रेन में ब्लड फ्लो को सुधारते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं।
4. बेरीज:
एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर बेरीज डिप्रेशन में कारगर साबित होती हैं। इन्हें डाइट में शामिल करने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम किया जा सकता है, जो डिप्रेशन से जुड़े होते हैं।
5. फर्मेंटेड फूड्स:
डिप्रेशन से राहत पाने के लिए फर्मेंटेड फूड्स को डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। इन फूड्स में मौजूद प्रोबायोटिक्स गट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। हेल्दी गट माइक्रोबायोम मूड में सुधार और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है।
6. फैटी फिश:
ओमेगा-3 फैटी एसिड (डीएचए और ईपीए) से भरपूर फैटी फिश भी डिप्रेशन को कम करने में कारगर होती है। इसे डाइट में शामिल करने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है और सूजन कम होती है।