चंडीगढ़, 05 अक्टूबर: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार सुबह सात बजे एकल चरण में सभी 90 सीटों पर मतदान शुरू हो गया और शुरूआती दो घंटों (नौ बजे तक) में 9.53 प्रतिशत मतदान हुआ।
चुनाव आयोग कार्यालय के मुताबिक सुबह से ही मतदान केन्द्र के बाहर मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गयी। अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के खराब होने की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आयी है। पूर्वाह्न नौ बजे तक जिलेवार जींद जिले में सबसे अधिक 12.71 प्रतिशत और पंचकुला में सबसे कम 4.08 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा अम्बाला में 11.87 प्रतिशत, भिवानी में 9.72, चरखी दादरी में 9.08, फरीदाबाद में 8.82, फतेहबाद में 11.81, गुरुग्राम में 6.10, हिसार में 8.49, झज्जर में 8.43, कैथल में 9.54, करनाल में 11.10, कुरुक्षेत्र में 10.57, महेन्द्रगढ़ में 11.51, मेवात में 10.64, पलवल में 12.54, पानीपत में 7.49, रेवाड़ी में 9.27, रोहतक में 10.76, सिरसा में 9.87, सोनीपत में 7.98 और यमुनानगर जिला में 9.27 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य में पहले दो घंटों के मतदान में गढ़ी सांपला-किलोई सीट पर सबसे अधिक 15.00 प्रतिशत और सबसे कम बादशाहपुर सीट में 4.20 प्रतिशत मतदान हुआ है।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि पंजीकृत 2.04 करोड़ मतदाताओं में से 1.07 करोड़ पुरुष, 95.78 लाख महिलायें और 467 उभयलिंगी मतदाता हैं। पहली बार मतदान करने वाले 18 से 19 वर्ष की आयु के 5.25 लाख युवा मतदाता और 1.49 लाख दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा 85 वर्ष से अधिक आयु के 2.31 लाख और 100 वर्ष से अधिक आयु के 8,821 मतदाता हैं। नौकरी करने वाले मतदाताओं की कुल संख्या 1.09 लाख है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मतदान करने के बाद कहा, “कोई दिल की धड़कन नहीं बड़ी है, हमारी सरकार आ रही है।” मतदान करने से पहले मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेक राज्य की जनता के सुख, समृद्धि, खुशहाली और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व को उत्साह पूर्वक मनाएं, राष्ट्र एवं प्रदेश हित में आप अपना मतदान अवश्य करें।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सुबह सात बजे ही अपना वोट डालने करनाल में पोलिंग बूथ पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जीत का दावा किया और कहा कि वर्ष 2014 का जो हमारा चुनाव परिणाम था उससे भी बढ़-चढ़ कर सीटें आएंगी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव में कुल 1,031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिनमें 930 पुरुष और 101 महिलायें शामिल हैं। इन उम्मीदवारों में 464 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच होने की संभावना है, हालांकि जननायक जनता पार्टी-आजाद समाज पार्टी गठबंधन, इंडियन नेशनल लोकदल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन, आम आदमी पार्टी भी मैदान में हैं। इसके अलावा भाजपा और कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों सहित कई निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं, जिससे किसी किसी सीट पर मुकाबला बहुकोणीय हो सकता है। जिन सीटों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं, उनमें कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट शामिल है, जहां से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ रहे हैं, गढ़ी सांपला किलोई सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मैदान में हैं, जींद की उचाना कलां सीट से पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं और जींद की जुलाना सीट से कांग्रेस ने पहलवान विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है। इसके अलावा सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हिसार से उतरी है, जो भाजपा से टिकट नहीं पर निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं। सिरसा जिले के डबवाली जहां चौटाला परिवार के तीन सदस्य अमित सिहाग (कांग्रेस), आदित्य चौटाला (आईएनएलडी) और दिग्विजय चौटाला (जेजेपी) आमने-सामने हैं, भिवानी के तोशाम में भाजपा की श्रुति चौधरी अपने चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं और अंबाला कैंट में पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को कांग्रेस की बागी चित्रा सरवारा से कड़ी चुनौती मिलने वाली है। ताज्जुब की बात यह है कि चित्रा के पिता पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अंबाला सिटी सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
आगामी आठ अक्टूबर को होने वाली मतगणना में हरियाण सहित जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम आयेंगे और 10 अक्टूबर को पूरी चुनावी प्रक्रिया संपन्न हो जायेगी।