रियाणा में विपक्ष जनता को करने में लगा है गुमराह: सैनी
नयी दिल्ली, 23 सितंबर : हरियाणा के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नायब सिंह सैनी ने सोमवार को अपनी पार्टी के प्रति राज्य के मतदाताओं की नाराजगी की बात को विपक्ष की ‘मनगढंत कहनी’ बताते हुए खारिज कर दिया।
श्री सैनी ने कहा कि उसकी पार्टी ने राज्य में पिछले दस साल में बिना भेदभाव के सबके हित में काम किया है और कुछ अधूरे काम पूरे किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सैनी ने हरियाणा विधान सभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों के जोरदार प्रचार अभियान के बीच एक टीवी चैनल के परिचर्चा कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि सरकारी भर्तियों में आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
सत्ता विरोधी लहर और भाजपा की पांच लोकसभा सीटों की हार पर चैनल की ओर से पूछे गए सवाल पर श्री सैनी ने भाजपा के प्रति राज्य की जनता में असंतोष के किसी भी दावे को खारिज करते हुए इसे “मनगढ़ंत कहानी” कहा। उन्होंने कांग्रेस पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “उन्होंने (कांग्रेस ने) दो साल पहले यह झूठी स्क्रिप्ट लिखी और इसे हिमाचल प्रदेश में लागू किया, लेकिन नौकरी देने से लेकर नकदी बांटने तक के उनके वादे अधूरे हैं।”
श्री सैनी ने हरियाणा में भाजपा की संभावनाओं के बारे में सवालों के जवाब देते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में, राज्य ने बिना किसी भेदभाव के महत्वपूर्ण प्रगति देखी है। उन्होंने कहा, “लोग समझते हैं कि हमारे इरादे नेक हैं। कुछ मामलों में, काम अभी भी लंबित है, लेकिन हम उन्हें जल्द ही हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर खास कर आरक्षण के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा , “वे झूठ फैलाते हैं कि अगर मोदी सरकार फिर से चुनी गई तो संविधान और आरक्षण खत्म कर दिए जाएंगे। उल्टे, राहुल गांधी जैसे कांग्रेस नेताओं ने अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान कहा था कि अगर वे सत्ता में वापस आए तो आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।”
पहलवान विनेश फोगट विवाद पर मुख्यमंत्री सैनी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने उन्हें इस महिला पहलवार को सम्मानित करने के लिए एक तारीख तय की थी, लेकिन चुनाव की आचार संहिता के कारण इसमें देरी हुई। सुश्री फोगट कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने हाल में कहा था कि उन्हें हरियाणा सरकार से कोई समर्थन नहीं मिला। मुख्यमंत्री सैनी ने ‘राजनीतिक लाभ के लिए एथलीटों का उपयोग’ करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।